महेश कुशवंश

15 सितंबर 2015

हिन्दी का दिवस





....कल हिन्दी का दिवस आया और
बीत गया
सुबह से ही प्रतियोगिताएं
हिन्दी का सामान्य ज्ञान
जानने की सभी को पड़ी थी
भारतेन्दु हरिश्चंद्र
हिन्दी के प्रथम कवि थे
बहुतों ने सही उत्तर लिखा
बहुतों ने लिखा
रास्ट्र कवि थे राम धारी सिंह दिनकर
कुछ ने मैथली सरन गुप्त
रास्ट्र भाषा नियम, अधिनियम
सारे खगाल डाले गए
संविधान मे कितनी भाषाओं का उल्लेख  है
किस किस ने सही बताया
परीक्षक ही जान सकता  होगा
नख-सिख तक अग्रेज़ी   से सराबोर कार्यालय
हिन्दी मे कार्यसाधक  ढूढ रहे थे
और पूछ रहे थे कितने प्रतिशत पत्रों के जवाब हिन्दी मे गए
सब  फर्जी  आंकड़े
फर्जी विवरणी
हिन्दी कराह रही थी
बीमार थी
हिन्दी
एक अदद,  शुद्ध   डाक्टर की तलाश मे थी  
जो उसकी नब्ज पकड़ कर
बीमारी से निजात दिला दे
न की नहला धुला कर
नये  कपड़े पहना कर
अस्पताल मे फल बाटने आए
और फिर साल भर के लिये
वेंटिलेटर पर छोड़ जाए
इससे तो अच्छा है
घोषित कर दो
ये क़ैसर से पीड़ित
अब और नही जी सकती  
और बंद कर दो ,  उसकी कीमों थैरेपी भी
प्रतिवर्ष
हिन्दी दिवस के दिन

-कुशवंश

    

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